राकेश टिकैत ने आखिर क्यों कहा कि सीएम धामी के चुनावी क्षेत्र में डालूंगा डेरा, जानिए पूरी खबर
खटीमाः 14 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami)के चुनावी क्षेत्र खटीमा में तनाव बना हुआ है। आरोप है कि 12 दबंगों ने एक परिवार की चुनावी रंजिश के चलते पिटाई कर दी और पुलिस की मौजूदगी में फायरिंग भी की।
घटना के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने खटीमा-पीलीभीत मार्ग पर जाम लगा दिया। मामले की जानकारी के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को हर हाल में न्याय मिलेगा और अगर पुलिस अपना काम ईमानदारी से नहीं करेगी तो भाकियू यहीं टेंट लगाकर डेरा डालेगी और न्याय की लड़ाई लड़ेगी।
जानकारी के मुताबिक हमला मझोला गांव के रहने वाले हरप्रीत सिंह और उसके परिवार पर हुआ था। मतदान के एक दिन पहले 13 फरवरी को कुछ लोग वनगवां गांव पहुंचे। सभी लोग एक राजनीतिक दल के थे, चुनाव प्रभावित करने के मकसद से वे लोग इलाके में शराब और नकदी बांटने लगे। कुछ लोगों ने उसका विरोध किया और विडियो भी बनाया, जिसके बाद दंबगों ने विरोध कर रहे लोगों को धमकी दी और चले गए। पीड़ित हरप्रीत ने बताया कि मंगलवार 15 फरवरी को आरोपियों ने फोन कर उसे 12 बजे पेट्रोल पंप पहुंचने तो कहा, जब हरप्रीत तय समय और स्थान पर नहीं पहुंचा तो आरोपी उसके घर आ धमके और परिवारवालों से मारपीट शुरू कर दी। इस हमले में हरप्रीत का भाई नवजीत सिंह जो शारिरिक विकलांग है, उसकी बहन गुललीन कौर, पिता सर्वजीत और माता दलवीर कौर घायल हो गए। हरप्रीत जान बचाकर पुलिस चौकी पहुंचा, उसका पीछा करते हुए दबंग भी पुलिस चौकी पहुंच गए। दबंगों ने ना केवल गुरप्रीत से मारपीट की बल्कि तमंचे से तीन राउंड फायर भी किए। फायरिंग में एक छर्रा हरप्रीत के पैर में लगा। आरोप ये भी है कि इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस मूकदर्शक बनी रही, उन्होंने मारपीट का वीडियो बनाया और दबंगों को मौके से खदेड़ दिया।
पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज स्थानीय लोगों ने भाकियू के पदाधिकारियों के साथ पुलिस चौकी में प्रदर्शन करते हुए खटीमा-पीलीभीत मार्ग बंद कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े स्थानियों ने जाम खोलने से इंकार कर दिया। मामले की संजीदगी को समझते हुए आसपास के थानों से पुलिस बल को बुलाया गया, और धरने पर बैठे लोगों को जबरन उठाया गया। इसी दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले में कोतवाल नरेश चैहान से मुलाकात की और कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। कोतवाल नरेश चौहान ने विश्वास दिलाया कि आरोपी शीघ्र ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे और मामले में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी।