उत्तराखंड परिवहन निगम बनेगा इको फ्रेंडली, रूट तय
उत्तराखंड में बड़ी संख्या में रोडवेज की बसें मैदानों से लेकर पहाड़ों में चलती है और आज रोडवेज की सभी बसें अपडेट भी मांग रही हैं. भले ही उत्तराखंड रोडवेज की बसें सारे नॉर्म्स को फॉलो करती हैं, बावजूद इसके आज टेक्नोलॉजी के साथ रोडवेज की बसों को आगे बढ़ने की जरूरत है, साथ ही इको फ्रेंडली बनने की कवायद भी रोडवेज बसों को चलाने की जरूरत है. और इसी को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन निगम ने भी खुद को अब इको फ्रेंडली बनाने का फैसला लिया है।
जहां अभी तक प्रदेश में डीजल से चलने वाली बसें ही यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाती थी और इसमें बढ़ते डीजल के दामों का तो असर पड़ता ही था साथ ही वातावरण को भी नुकसान होता है और इसी को देखते हुए अब परिवहन निगम ने फैसला लिया है कि उत्तराखंड में बड़ी संख्या में सीएनजी से चलने वाली बसें चलाई जाएंगी इसके लिए बकायदा परिवहन निगम ने रुट भी तय कर लिए हैं.
हमने प्रदेश में सीएनजी बसों को चलाने का फैसला लिया है, इसके लिए बकायदा 116 रुटों को तय भी कर दिया गया है. इन रुटों पर कुल 337 बसों को पहले चरण में चलाया जायेगा. साथ ही उत्तराखंड परिवहन निगम के पास ऐसी कई बसे हैं जो सीएनजी में बदल सकती हैं इसको लेकर भी हमने टेंडर निकाल रखा है और इसके लिए भी हमने वर्कआर्डर जारी कर रखा है. और अब हमें कई बसों को एक प्रक्रिया के तहत सीएनजी में बदलने जा रहे हैं. इसी को लेकर सबसे पहले हम एक पायलट प्रोजेक्ट चलाने जा रहे हैं उसके बाद यह जैसे रिस्पांस रहेगा उसके अनुसार आगे की रणनीति तय की जायेगी-
रंजना राजगुरू,MD परिवहन