सिविल सेवा परीक्षा में उत्तराखंड के होनहारों का जलवा, इन्होंने पास की परीक्षा…
संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। यूपीएससी में हर बार की तरह इस बार भी उत्तराखंड के युवाओं का दबदबा रहा है। प्रदेश के कई युवाओं ने अच्छी रैंक हासिल कर असफर बनने के सपने की सीढी पार कर ली है। जल्द ही ये युवा अफसर बन देश सेवा करते नजर आएंगे। आइए जानते है प्रदेश से कौन युवा इस बार नैय्या पार लगा पाए है।
जोशीमठ (चमोली)- विकासखंड जोशीमठ जनपद चमोली के नीती घाटी के सबसे दूरस्थ गांव द्रोणागिरी के डॉक्टर धीरज सिंह कुंवर ने देश के सर्वोच्च परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग में 559 रैक प्राप्त कर परीक्षा उत्तीर्ण की है। डॉक्टर धीरज सिंह कुंवर का जन्म 24 अक्तूबर 1997 को जनपद चमोली के मुख्यालय गोपेश्वर में हुआ। बचपन से ही वह पढ़ने लिखने में अब्बल थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा जनपद चमोली के मुख्यालय गोपेश्वर में हुई ।तत्पश्चात हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा उन्होंने St. Theresa School हल्द्वानी से पास की। धीरज कुंवर ने उसके बाद एमबीबीएस की डिग्री मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली से ली और आज देश के सर्वोच्च परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग में उनका चयन हुआ है।
देहरादून जिले में एसडीआरएफ में बतौर डिप्टी कमांडेंट विजेंद्र डोभाल के बेटे तुषार डोभाल ने भी यूपीएससी में 284वीं रैंक हासिल कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। नौगांव उत्तरकाशी के मौराड़ी गांव निवासी रोमेल बिजल्वाण ने भी यूपीएससी परीक्षा में 353वीं रैंक हासिल प्रदेश का नाम रोशन किया है। वहीं हरिद्वार की अदिति तोमर ने 247वी रैंक हासिल की है। अदिति के भाई हैं असिस्टेंट कमिश्नर हैं। वहीं पूर्व डीजीपी अशोक कुमार की बेटी कुहू गर्ग ने भी आईपीएस की परीक्षा पास कर ली है। बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप खेल चुकी कुहू ने 178 रैंक हासिल की है।
धारचूला के चौदास घाटी के ग्राम सोसा के संदीप सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज परीक्षा 2023 में 906 स्थान प्राप्त किया है। इनके पिता राशन की दुकान चलाते है। वह 2018 से दिल्ली में रहकर सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।संदीप ने मुख्य परीक्षा के लिए गणित को अपना वैकल्पिक विषय चुना था। उन्हें अपने छठे प्रयास में सफलता मिली है, यह उनका दूसरा इंटरव्यू था।