टीएचडीसी प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को कर रही चकनाचूर: सीमा
शौचालय/टॉयलेट निर्माण में नगर पालिका और टीएचडीसी आमने-सामने
वाचस्पति रयाल
नरेंद्रनगर। नगर पालिका टिहरी की अध्यक्ष सीमा कृषाली ने वार्ड नंबर 3 भागीरथी पुरम में किए जा रहे शौचालयों के निर्माण पर टीएचडीसी द्वारा रोक लगाए जाने के तुगलकी आदेश को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर को शौचालय सुविधा प्रदान करने के सपने को चकनाचूर करने की घृणित कार्रवाई बताया।
पालिका अध्यक्ष सीमा कृषाली का कहना है कि एक ओर जहां पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घर-घर शौचालय निर्माण की योजना को धरातल पर उतारने को प्रतिबद्ध है, वहीं हैरत की बात ये है कि नई टिहरी के वार्ड नंबर 3 में नगर पालिका द्वारा निर्माणाधीन शौचालयों पर टीएसडीसी द्वारा रोक लगाए जाने की कार्रवाई समझ से परे है।
सीमा कृषाली ने संयत मगर आक्रोश भरे लहजे में कहा कि टिहरी बांध से विस्थापितों के लिए भागीरथीपुरम में शॉपिंग कांप्लेक्स का निर्माण कर दुकानें आवंटित की गई हैं, नियमों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा है कि नगरपालिका ने, ये दुकानें ऐसे ही नहीं बनवाई हैं,बल्कि हनुमंत राय कमेटी की रिपोर्ट को आधार मानते हुए विस्थापितों को सेटल्ड करने के उद्देश्य से उन्हें सहयोग प्रदान करने की दिशा में बेहद उचित कदम उठाया है। उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि नगरपालिका के इस सहयोगात्मक कदम को जहां टीएचडीसी द्वारा सराहा जाना चाहिए था,मगर ऐसा न करके वे विस्थापितों की छाती पर मूंग दलने का काम कर रहे हैं। जो बर्दाश्त से बाहर ही नहीं अक्षम में भी है। नियमों के मुताबिक विस्थापितों को सहयोग और सुविधा प्रदान करने वाली टीएचडीसी के गलत कृत्यों को देखते हुए अब सबक सिखाने की नौबत आ चुकी है।
मानवता को दरकिनार करने की इस घृणित कार्रवाई का अंजाम टीएचडीसी को भुगतने की उन्होंने चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा हनुमंत राय कमेटी में स्पष्ट उल्लेख है कि विस्थापितों को हर संभव सहयोग करें तथा सुविधा प्रदान करें।
अध्यक्ष सीमा कृषाली का कहना है कि हनुमंत राय रिपोर्ट में दिए गए निर्देशों के आधार पर पहले तो टीएचडीसी को चाहिए था कि वह विस्थापितों के लिए टॉयलेट बनाए। मगर अब जब पालिका द्वारा शौचालय/टॉयलेट निर्माण कार्य किए जा रहे हैं,तो इसके उलट टीएचडीसी द्वारा रोक लगाये जाने की कार्रवाई बेहद हास्यास्पद और निंदनीय है। वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड युवा एकता मंच के संयोजक आकाश कृषाली ने कहा कि व्यापारियों की शौचालय निर्माण की डेढ़ साल पुरानी माँग पालिका द्वारा पूरी की जा रही थी,लेकिन टीएचडीसी के द्वारा उक्त शौचालयों के निर्माण पर रोक लगा दी गयी है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री मोदी जी घर-घर शौचालय स्वच्छता की बात करते हैं,दूसरी तरफ टीएचडीसी निर्माण कार्य पर रोक लगा रही है।
कृषाली ने कहा कि मोदी जी के सपनों को साकार करने के लिए टॉयलेट और शौचालय तो बनकर ही रहेगा, मगर टीएचडीसी ने जनहित के कार्य में क्यों बाधा डाली, वह इसका पर्दाफाश करने में भी नहीं चूकेंगे।