ऋषिकेश: एम्स में डॉक्टरों की मिलीभगत से चल रहा है गोरखधंधा, जानिए पूरा मामला
देहरादून: पहाड़ों की स्वास्थ्य सेवा का हाल किसी से छुपा नहीं है, लेकिन अब एम्स जैसे सस्थानो के बाहर स्वास्थ्य सेवा के नाम पर गोरखधंधा फलफूल रहा है।
बताया जा रहा है स्टेशनरी की कमी के चलते मरीजों को रिपोर्ट टाइम पर नही मिल पा रही है, जिसके चलते मरीजों को प्राइवेट लैब में जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसका फायदा उठा रहे है एजेंट जिन्होंने ऋषिकेश एम्स के बाहर डेरा डाल दिया है। ये लोग मरीजों को बहला-फुसलाकर सड़क पर ही सैंपल ले रहे है वहीं कई मरीजों ने आरोप लगाया है कि ऋषिकेश एम्स के डॉक्टरों की भी इसमें मिलीभगत है। वही अस्पताल प्रशासन इस मामले पर पल्ला झाड़ते नजर आ रहें हैं, उनका कहना है कि एम्स में स्टेशनरी सहित तमाम सुविधाओं का टोटा चल रहा है।
जिसके चलते मरीजों को जांच रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। लोगों का कहना है कि टेस्ट करने के बाद मरीजों से स्टेशनरी लाने के लिए कहा जाता है। और इसके चलते कई दिन तक रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ रहा है। आरोप है कि खुद अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को प्राइवेट लैब से टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। इसी का फायदा प्राइवेट लैब के एजेंट उठाते हैं।