चारधाम यात्रा के लिए वाहन संचालकों को ग्रीन कार्ड के संग लेना होगा ट्रिप कार्ड…
उत्तराखंड में आगामी 10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य होगा। पंजीकरण के बिना चारधाम यात्रा के लिए करने की अनुमति नहीं होगी। चारधाम यात्रा के ऑनलाइन पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू हो जाएंगे। तो वहीं यात्रा के लिए चारधाम यात्रा के साथ ही परिवहन विभाग ने यात्री वाहनों के लिए नियम एवं शर्तें जारी कर दी हैं। यात्रा में वाहन संचालकों को ग्रीन कार्ड के संग ट्रिप कार्ड भी लेना होगा।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तराखंड में आगामी 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। धामों के कपाट खुलने की तिथि भी तय हो चुकी है। इसके लिए आनलाइन आवेदन किया जाएगा और यात्रा से पहले वाहन के चालक व यात्रियों की पूरी जानकारी दर्ज की जाएगी। चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत परिवहन विभाग ने इस वर्ष भी व्यावसायिक वाहनों के लिए ट्रिप कार्ड बनाना अनिवार्य कर दिया है। यात्रा में वाहन संचालकों को ग्रीन कार्ड के संग ट्रिप कार्ड भी लेना होगा। इसके लिए आनलाइन आवेदन किया जाएगा और यात्रा से पहले वाहन के चालक व यात्रियों की पूरी जानकारी दर्ज की जाएगी।
बताया जा रहा है कि ट्रिप कार्ड केवल एक फेरे के लिए होगा व अगली बार यात्रा के लिए दूसरा ट्रिप कार्ड बनवाना होगा। यात्रा के नोडल अधिकारी आरटीओ (प्रशासन) सुनील शर्मा ने बताया कि greencard.uk.gov.in वेबसाइट पर जाकर पहले ग्रीन कार्ड बनाया जाएगा और उसके बाद फिर से आवेदन कर ट्रिप कार्ड बनाना होगा। यात्रा के दौरान चेकपोस्ट पर इसकी जांच की जाएगी एवं यात्रा पूरी होने पर यह स्वत: ही समाप्त हो जाएगा। इससे यह पता चल जाएगा कि वाहन किस धाम गया है। वाहन में कितने यात्री गए हैं। उनके नाम और मोबाइल नंबर भी आनलाइन दर्ज करने होंगे।
बताया जा रहा है कि ग्रीन कार्ड 30 नवंबर या फिर वाहन की फिटनेस (जो पहले पूरा हो) तक मान्य है। यात्रा मार्ग पर ओवरलोडिंग व ओवरस्पीड, शराबी चालक, ज्यादा किराया वसूली आदि रोकने के लिए प्रवर्तन दल भी तैनात किए जाएंगे।यात्रा पर जाने वाले 10 सीटर तक के वाहनों को ग्रीन कार्ड बनाने के लिए तकनीकी जांच कराने आरटीओ व एआरटीओ कार्यालय में आना पड़ेगा। पहले इन वाहनों को आनलाइन आवेदन के बाद ग्रीन कार्ड जारी कर दिए जाते थे, लेकिन इनकी भी जांच की जा रही।। ऐसे में यात्रा से पहले पंजीकरण अनिवार्य रूप से कर ले। पंजीकरण में सही मोबाइल नंबर दर्ज कराए और धामों में दर्शन टोकन अवश्य प्राप्त करें।