देहरादून: धामी सरकार पर कांग्रेस ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, को-आपरेटिव बैंक भर्ती मामले में जांच की मांग
देहरादून: को ऑपरेटिव बैंक में नियुक्ति की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी ने धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल के नेतृत्व में पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ता सचिवालय के मुख्य द्वार पर इकट्ठा हुए और जांच की मांग की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा भी मौजूद रहे।
प्रदर्शन के दौरान गणेश गोदियाल ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार के नाम पर युवाओं और उनके परिवार को लूट रही है। साथ ही उन्होंने आरोप भी लगाया कि राज्य कोऑपरेटिव बैंक में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर हुई भर्ती में घोटाला हुआ है जिसकी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार को अंजाम देने की नियत से परीक्षा उत्तराखंड के बजाय नोएडा में आयोजित की और स्थानीय बेरोजगारों के हक को उन से छीना है।
इस मौके पर हरीश रावत ने कहां कि जब उच्च न्यायालय ने तत्कालीन मुख्यमंत्री से भ्रष्टाचार के आरोप पर जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए तो बीजेपी की जीरो टॉलरेंस के दावे की हकीकत सबके सामने आ गई। इससे सिद्ध होता है कि बीजेपी सरकार महा घोटाले की सरकार है।
उन्होंने यह भी मांग की है कि को-आपरेटिव बैंक भर्ती घोटाले सहित कोरोना महामारी में मेडिकल सामग्री, दवाई, वैक्सीन खरीद तथा टेस्टिंग सहित सभी मामलों की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए।
वही इस मौके पर नव नियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार हर स्तर पर भ्रष्टाचार में लिप्त है। चाहे एन.आर.एच.एम. घोटाला हो, छात्रवृत्ति घोटाला हो, सिडकुल घोटाला या को-आपरेटिव बैंक में नियुक्तियों में हुए घोटाले। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार और घोटालों की लम्बी फेहरिस्त है।
लोकायुक्त बिल को लटकाये रखना भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलिरेंस की कलई पहले ही खोल चुका हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बेरोजगार युवाओं के साथ हुए अन्याय को कभी बर्दास्त नहीं करेगी तथा इसको लेकर सडक से लेकर सदन तक जनता की लडाई लडेगी।