ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कड़ी मशक्कत के बाद हटाया जा सका मलवा, वाहनों की आवाजाही हुई शुरू
वाचस्पति रयाल
नरेन्द्रनगर। ऋषिकेश- बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एन एच-58) साडे 19 घंटों से अवरुद्ध होने के बाद यातायात के लिए सुचारू हो गया है।
बताते चलें कि क्षेत्र में निरंतर होती जा रही मूसलाधार बारिश के कारण मंगलवार रात्रि को लगभग 9:00 बजे कोडियाला से तीन धारा की शिव मूर्ति तक पांच जगहों पर भारी मलबा आने और पहाड़ी दरकने के कारण सड़क पर मलबे के ढेर लग चुके थे।
तीन धारा के पास शिव मूर्ति के समीप पहाड़ी दरकने से सड़क पर इतना भारी मलबा जमा हो गया कि जिस को हटाने में जेसीबी को साडे 19 घंटों का लंबा वक्त लगा।
चार अन्य जगहों पर भी इस क्षेत्र में सड़क पर मलबे का ढेर लग गया था।
सड़क पर भारी मलबा आने की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने ऑल वेदर रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी को मलवा हटाने के निर्देश दिए थे।
जब तक मलबा नहीं हटाया जाता और रोड यातायात के लिए नहीं खुल पाती तब तक के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तमाम छोटे-बड़े वाहनों को ऋषिकेश-भद्रकाली, नरेंद्रनगर, खाड़ी, गजा, चाका से देवप्रयाग के लिए रूट डायवर्ट कर दिया था।
हालांकि इस रूट से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, एक तो उन्हें डेढ़ गुना लंबा सफर करना पड़ा, इसमें उन्हें वक्त और अतिरिक्त किराया भी बहन करना पड़ा।
यह भी उल्लेखनीय है कि कौड़ियाला से लेकर तोता घाटी तक हार्ड चट्टानें होने के कारण जेसीबी के बजाय केंद्र सरकार की अनुमति लेकर यहां की हार्ड चट्टानों को ब्लास्टिंग के जरिए तोड़ा गया था,जिसके कारण इस क्षेत्र में सड़क के ऊपर का पहाड़ अंदर तक हिल चुका है,
यही वजह है कि बारिश के कारण यह मजबूत पहाड़ वक्त बेवक्त दरकता जा रहा है। और आए दिनों यहां से गुजरते वाहनों पर मलबा व पत्थर गिरने से अप्रिय घटनाएं भी घटी हैं।
बहरहाल साढ़े 19 घंटों के कड़ी मशक्कत के बाद रोड यातायात के लिए खुल गई है। और वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है।