काटल गांव में फटा बादल, 50 से अधिक ग्रामीण काश्तकारों के बहे खेत
घटना की खबर सुनते ही पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत पहुंचे गांव-लोगों का सुना दर्द
स्थिति का जायजा लेने तहसीलदार रेनू सैनी और पटवारी पहुंचे मौके पर
वाचस्पति रयाल
नरेंद्रनगर। विधानसभा क्षेत्र में मूसलाधार बारिश का कहर निरंतर जारी है।आफत बनकर आई बारिश से लोगों के खेत-खलियान,पैदल मार्ग,पेयजल पाइप लाइनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं।क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है।लगातार पांच दिनों से हो रही बारिश के कारण लोग डरे और सहमे हुए हैं।
विकासखंड नरेंद्रनगर की काटल गांव में बीते मंगलवार को बारिश आफत बनकर आई।
भारी बारिश के चलते जिस तरह से रात्रि के 10 बजे बादलों की भारी गर्जना के साथ पानी का सैलाब मिट्टी,पत्थरों के साथ गांव में सब कुछ तहस-नहस कर गया उससे लोगों का अनुमान है कि अचानक इतनी भारी मात्रा में पानी के साथ जो मिट्ठी-पत्थर आये इसकी वजह बादल फटना ही हो सकता है।
एकाएक पानी अपने साथ मिट्टी-पत्थरों का सैलाब के साथ काटल-नौडू गांव का नक्शा ही बदल कर रख दिया।
गांव में आयी आपदा की सूचना पाते ही क्षेत्र के पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत तमाम रास्तों के टूटे होने के बावजूद 10 किलोमीटर पैदल चलकर गांव पहुंचे। ओम गोपाल रावत ने कहा कि गांव में तबाही का मंजर देख कर वह हैरान रह गए,उन्होंने पीड़ित लोगों को विश्वास दिलाया कि आपदा पीड़ितों को मदद पहुंचाने को लेकर वे प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा आपदा प्रबंधन मंत्री से वार्ता कर पीड़ितों को राहत दिलाने की बात करेंगे। पीड़ितों को जल्द मुआवजा दिलाए जाने के संबंध में पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने दूरभाष पर जिलाधिकारी टिहरी से भीे वार्ता की है।पूर्व विधायक रावत ने ग्राम नौडू,काटल,कठिया के पीड़ितों से गाँव में मिलकर उन्हें राहत दिलाने का भरोसा दिलाया। ग्राम पंचायत की प्रधान सीमा देवी तथा सामाजिक कार्यकर्ता राजबीर भंडारी का कहना है कि बादलों की भारी गर्जना के साथ नौडू-काटल का गधेरा ऐसी उफान पर आया कि कुछ ही मिनटों में ग्रामीण काश्तकारों के खेत,फसलें,पेयजल पाइप लाइनें, और गधेरे पर बना भारी पुल मलबे की भेंट चढ़ गया। बारिश के कारण शिवपुरी तथा तिमली मोटर मार्ग में जगह-जगह मलबा आने के कारण अवरुद्ध है।लोक निर्माण विभाग से मलबा हटाने के लिए सड़क पर जेसीबी लगाए जाने की मांग ग्रामीणों ने की है।
इन पीड़ित काश्तकारों के खेत चढ़े आपदा की पभेंट
जिन काश्तकारों के खेत- खलियान,चौक आदि आपदा की भेंट चढ़े उनमें:-गैणा सिंह पुंडीर, शूरवीर सिंह पुंडीर,विक्रम सिंह पुंडीर,देव सिंह भंडारी,अतर सिंह, प्यार सिंह भंडारी,विक्रम सिंह, मुकेश पुंडीर,पूर्ण सिंह पुंडीर, सूरत सिंह, धर्म सिंह भंडारी, कुंवर सिंह,भगवान सिंह, मोती सिंह,प्रेम सिंह भंडारी,सबल सिंह, जबर सिंह,सूरत सिंह,मेहर सिंह, बालमोहन सिंह,मदन सिंह भंडारी, भगवान सिंह, प्रेम सिंह,गोपाल सिंह,शिव सिंह, होशियार सिंह,चतर सिंह,कुंदन सिंह, जरानसिंह ,वीरेंद्र सिंह,राजभर सिंह,कल्याण सिंह,मंगल सिंह, चंद्रपाल सिंह व जगमोहन सिंह भंडारी आदि हैं।
तहसीलदार व पटवारी ने किया मौका मुआयना
इस घटना के बाद तहसीलदार नरेंद्रनगर रेनू सैनी 26 को तथा क्षेत्रीय पटवारी 25 अगस्त को मौके पर पहुंचे। तहसीलदार तथा पटवारी ने आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया। उप जिला अधिकारी नरेंद्रनगर युक्ता मिश्र ने बताया कि गांव में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने तहसीलदार रेनू सैनी और क्षेत्रीय पटवारी गांव पहुंचे हैं। पीड़ितों को राहत के तौर पर मुआवजा दिलाए जाने के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है और फाइल तैयार कर तुरंत शासन को भेजी जाएगी। क्षेत्र के पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने सरकार व शासन से मांग की है कि पीड़ितों को अभिलंब राहत पहुंचाने की कार्रवाई सुनिश्चित करने को सरकार व शासन से वार्ता की जायेगी।