बॉक्सिंग प्रशिक्षक भाष्कर भट्ट को मिला 2021 का द्रोणाचार्य अवार्ड
देहरादून मिरर/ देहरादून|
राष्ट्रीय खेल पुरुस्कारों की घोषणा हो गई जिसमें 11 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को मेजर ध्यान चंद्र खेल रत्न,35 अन्य बेहतरीन खिलाड़ियों को 2021 अर्जुन अवार्ड के लिए चयनित किया गया है साथ ही बेहतरीन प्रशिक्षण हेतु दिए जाने वाले नामों की भी घोषणा हुई जिसमें बॉक्सिंग में उत्तराखंड के निवासी कोच भाष्कर भट्ट को चुना गया है।
द्रोणाचार्य अवार्डी भास्कर भट्ट उत्तराखंड के जिला पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं।भट्ट को बेहतरीन प्रशिक्षक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने वर्ष 1977 में भारतीय बॉक्सिंग के पितामह कहे जाने वाले कैप्टन हरिसिंह थापा से बॉक्सिंग के गुर सीखे और पीछे मुड़कर नही देखा। भास्कर भट्ट के नाम कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पदक हैं। उनके नाम राष्ट्रीय जूनियर बॉक्सिंग में रजत,सीनियर बॉक्सिंग में कांस्य सहित दो बार इंटर यूनिवर्सिटी गोल्ड मैडल हैं । वर्ष 1988-89 में उन्होंने नेशनल स्पोर्ट्स अकेडमी से डिप्लोमा हासिल किया। भट्ट 1998 से 2005 तक जूनियर भारतीय बॉक्सिंग टीम के कोच रहे 2005 से 2012 तक भट्ट ने मेरीकॉम, सरिता देवी, पिंकी जांगड़ा जैसी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया। कड़ी मेहनत के हिमायती भट्ट खुद को भी अपग्रेड करते रहे उन्होंने 2006 में अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग कोचिंग कोर्स उत्तीर्ण किया और खुद को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठापित किया । भट्ट ने भारतीय खेल प्राधिकरण साईं में बतौर प्रशिक्षक अपना करियर शुरू किया और पीछे मुड़कर नही देखा।
भास्कर भट्ट की अगुवाई में विगत तीन साल से विभिन्न राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग प्रतियोगियों में भारतीय महिला बॉक्सर्स ने अपना लोहा ही नहीं मनवाया वरन कई पदक अपनी झोली में डाले हैं । राष्ट्रीय कोच भास्कर भट्ट मूल रूप से पिथौरागढ़ के डीडीहाट तहसील अंतर्गत नकरोरा के रहने वाले हैं उनके पिता स्व. टीका राम भट्ट भारतीय सेना की मेडिकल कोर में सूबेदार मेजर पद से सेवानिवृत्त हुए माता बसन्ती देवी गृहणी रही। तीन भाई बहनों में भास्कर सबसे छोटे हैं । भास्कर भट्ट की पत्नी गृहणी हैं बेटी निहारिका गूगल में कार्यरत हैं । बता दें कि भास्कर भट्ट के बड़े भाई डॉ धर्मेंद्र भट्ट उत्तराखंड में उप निदेशक खेल भी अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर रहे हैं। भास्कर भट्ट की इस उपलब्धि पर खेल प्रेमियों ने खुशी व्यक्त की है।